हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने और रक्त संचार में कैल्शियम की मात्रा को नियंत्रित रखने में Caldikind Plus की डोज़ दी जाती है. इसके अंदर कैल्शियम कार्बोनेट, बोरान, इकोपासैटेनएनिक एसिड, मिथाइल कोबालामाइन, फोलिक एसिड और डोकोसेहेक्सएनीक एसिड नामक सक्रिय तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने में सहायता करते हैं. Caldikind Plus Uses in Hindi बहुत आसान है. इस दवा से जुडी हर जानकारी इस लेख में आपको बड़ी ही सरलता से मिल जाएगी। इस दवा का उपयोग कैसे करना है, इसके क्या फायदे हैं, क्या इसके साइड इफेक्ट्स हो सकते ये सब जानकारी यहां उपलब्ध है.
Caldikind Plus Uses in Hindi कैलडिकाइंड प्लस के उपयोग
हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए Caldikind Plus Capsules बहुत कारगर है. ये कैप्सूल शरीर के अंदर जाकर सभी अंगों में कैल्शियम और फॉस्फेट के अवशोषण में मदद करता है जिससे हड्डियों का विकास तेजी व मजबूती के साथ होता है। इसके अलावा कैलडिकाइंड प्लस शरीर के अंदर ब्लड सर्कुलेशन में कैल्शियम की कमी की पूर्ती करती है और शरीर को तंदरुस्त बनाती है.
कैलडिकाइंड प्लस हमारे शरीर में प्रोविटामिन की तरह कार्य करती है और यह शरीर के अंदर जाते ही कैल्सीट्रियोल में बदल जाती है। Caldikind Plus Uses in Hindi के उपयोग से हड्डियों का दर्द, जोड़ों का दर्द, पुरानी गठिया बाय आदि विकार ठीक हो जाते हैं. अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं तो इस कैप्सूल के इस्तेमाल से आपको आराम मिल सकता है, मगर इस कैप्सूल का यूज़ करने से पहले आपको किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी होगी।
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कैलडिकाइंड प्लस उपयोग Caldikind Plus Uses
कैलडिकाइंड कैप्सूल की डोज़ पेशेंट की मेडिकल हिस्ट्री/ या वर्तमान स्थिति पर निर्भर करती है. इसके साथ ही उम्र के हिसाब से भी मरीज को इस कैप्सूल की डोज़ दी जाती है. आमतौर पर इस मरीज को सुबह शाम एक एक कैप्सूल लेने की सलाह दी जाती है. बेहतर है कि Caldikind Plus Uses / सेवन से पहले आप अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.
इस दवा को खाना खाने के बाद या पहले दिया जा सकता है। हालांकि, अगर आपके डॉक्टर ने दवाई को खाने का कोई टाइम या अन्य तरीका बताया हो तो उनके द्वारा बताये गए निर्देशों का पालन करें।
कैलडिकाइंड प्लस दुष्प्रभाव Caldikind Plus साइड इफेक्ट्स
इस कैप्सूल/दवा के कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है. हालाँकि ओवरडोज़ के कारण कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं. अगर आपने इस दवा की ओवरडोज़ ली है और निम्नलिखित में से कोई भी लक्षण आपको महसूस देता है तो आप तुरंत किसी नजदीकी हॉस्पिटल या अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- सीने में जलन
- सुस्ती
- चक्कर आना
- हड्डियों में दर्द
- भूख कम लगना
- सिर दर्द
- पेट में दर्द
- पेट फूलना
- स्किन रैशेज
- दस्त या कब्ज
- मतली या उल्टी आना
- नींद आना
- त्वचा खुजली होना
- मुंह सूखना
- पेट दर्द
- थकान
- एलर्जी
- प्यास लगना
- मानसिक विकार के लक्षण दिखाई देना
- अवसाद
- उलझन
- सुनाई कम देना
सावधानियां:
- अगर आप किसी गंभीर बीमारी जैसे लिवर रोग या गुर्दे के रोग से पीड़ित हैं तो कैलडिकाइंड का उपयोग करते समय अधिक सावधानी बरतें।
- अगर आपको दवाई खाने से एलर्जी जैसी समस्या होती है तो पहले ये सुनिश्चित कर लें कि कैलडिकाइंड प्लस में कोई ऐसा पदार्थ तो मौजूद नहीं है जिसकी वजह से आपको एलर्जी होती है.
- कैलडिकाइंड कैप्सूल को चबाने व तोड़ने की बजाए निगलना चाहिए। इससे दवा जल्दी असर दिखाती है.
- यदि आप सप्लिमेंट्स ले रहे हैं तो इस दवा के इस्तेमाल से बचें।
Disclaimer: कैलडिकाइंड प्लस से जुडी जानकारी इस आर्टिकल में दी गयी है, ये सिर्फ आपकी जानकारी के लिए है, www.YouCares.in इसके फायदे या दुष्प्रभाव की कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. अतः इस दवाई का सेवन करने से पहले आप अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.