Arshkuthar Ras एक आयुर्वेदिक औषधि है. जो लोग बवासीर जैसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं उनके लिए एक बेहतरीन औषधि का काम करता है. यह सूखी बवासीर और खूनी बवासीर दोनों में कारगर है, अर्शकुठार रस बाजार में कई कंपनियों द्वारा बेचा जाता है, और इस रस को आप घर पर भी आसानी से बना सकते हैं. Arshkuthar Ras Uses in Hindi यह पूरी तरह से आयुर्वेदिक है और इसका कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है. मगर किसी भी चीज की ज़्यादा मात्रा हमारे शरीर को हमेशा नुक्सान देती है, इसलिए इस रस के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह लेना उचित रहेगा।
Arshkuthar Ras Uses in Hindi अर्शकुठार रस के इस्तेमाल
अर्शकुठार रस मुख्यतः खुनी और सूखी बवासीर को ख़त्म करने के लिए बनाया गया है, इसमें बहुत सारे औषधीय गुण मौजूद हैं जो इस बीमारी से लड़ने में सहायक होते हैं, इस रस में गोमूत्र भी मिलाया जाता है अतः इसका इस्तेमाल आप अपने हिसाब से करें। वैसे तो Arshkuthar Ras Uses in Hindi के बहुत तरीके हैं मगर इस लेख में हम आपको इस रस के इस्तेमाल के सबसे बेहतरीन तरीके बताएंगे.
बवासीर को खत्म करने के साथ साथ इस रस के इस्तेमाल से ह्रदय और मस्तिष्क सम्बंधित विकार भी दूर होते हैं. अर्शकुठार रस पाचन तंत्र को नियंत्रित करता है, शरीर से आम विष को निकलता है, कब्ज़ को ठीक करके मल त्याग के दौरान होने वाली समस्या को दूर करता है. इसमें लोह भस्म होने के कारण यह खून की कमी को भी पूरा करता है.
अर्श कुठार रस के घटक Arshkuthar Ras Ingredients
- शुद्ध पारा
- शुद्ध गंधक
- लोह भस्म
- अभ्रक भस्म
- बेलगिरी
- चित्रकमूल
- कलिहारी
- सोंठ
- मिर्च
- पीपल
- पित्त्पापड़ा
- दंतीमूल
- सोहागे का फूल
- जावाखार
- सैंधा नमक
- गोमूत्र
- थूहर का दूध
अर्शकुठार रस बनाने की विधि How to make Arshkuthar Ras at Home
वैसे तो अर्शकुठार रस बाजार में बड़ी आसानी से उपलब्ध है, वैद्यनाथ, डाबर और अयूर जैसे मशहूर आयुर्वेदिक कंपनियां इस रस को बनाकर बाजार में बेचती है. मूल रूप से यह कोई सिरप या द्रव्य पदार्थ नहीं है, इसका नाम अर्शकुठार रस है मगर इसका मूल रूप सूखी गोलियों के जैसा होता है.
Arshkutha Ras को बनाने के गोमूत्र और थूहर के दूध को छोड़कर सारी औषधियों को समान मात्रा में मिला लें| अब इन सारी औषधियों को खरल कर लें (पीस लें)| पीसने के बाद गोमूत्र में इसका पाचन करें| अब थूहर के दूध में इन सब को डाल कर धीमी आंच पर पकाकर इनकी गोलियां बना लें. इन गोलियों को पेड़ की छाँव में सुखाकर इनका उपयोग किया जा सकता है.
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अर्शकुठार रस के फायदे और उपयोग Arshkuthar Ras Uses in Hindi and Benefits
बवासीर को जड़ से खत्म करे
इस रोग में गुदा और मलाशय की नसों में सूजन और अकड़न पैदा हो जाती है| इस कारण इंसान को मल त्याग करने में बहुत परेशानी आती है| अर्शकुठार रस मल त्याग करने में आ रही परेशानी को खत्म करती है|
एनीमिया में भी है उपयोगी
अर्शकुठार रस में लोह भस्म की मात्रा होती है जो अनीमिया और खून की कमी जैसी समस्या को ख़त्म करने में कारगर होता है. इस रस के इस्तेमाल से शरीर में खून की कमी दूर हो जाती है और हिमोग्लोबिन का स्तर बढता है|
ह्रदय और मस्तिष्क के लिए भी है फायदेमंद
इस रस में अभ्रक भस्म मिलाया जाता है जो मूल रूप से मानव ह्रदय और मस्तिष्क को मजबूती प्रदान करने का बेहतरीन जरिया होता है. अगर आप बवासीर को ख़त्म करने के लिए इस रस का सेवन कर रहे हैं तो ये आपके दिमाग और दिल को भी फायदा पहुंचाएगा।
लीवर को मजबूत करे
आपके यकृत यानी लीवर से सम्बंधित विकार को दूर करने में भी यह रस बहुत कारगर है. चित्रकमूल के घटक इस रस होते हैं जो मानव लीवर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं.
अर्शकुठार रस सेवन की विधि
आप इसकी 1 से 2 गोली का सेवन सुबह गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं.
वैसे इसकी सेवन विधि आपको इसके बॉक्स पर भी लिखी हुई मिल जाएगी।
सावधानियां:
- गर्भवती महिलाएं Arshkuthar Ras Uses in Hindi करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें|
- औषधि को नमी से दूर रखना चाहिए|
- औषधि का सेवन उचित मात्रा में ही करना चाहिए|
Disclaimers-Arshkuthar Ras आयुर्वेदिक औषधि है, आयुर्वेदिक दवाओं का वैसे तो कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है, मगर फिर भी परेशानी से बचने के लिए एक बार चिकित्सक की सलाह अवश्य लें. www.YouCares.in इस औषधि के फायदे या नुक्सान की जिम्मेदारी नहीं लेता है. धन्यवाद